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Guinea Coach Responds to Bonus & Food Poisoning Claims Before CHAN Clash

By Sam
Published On: August 11, 2025
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Table of Contents

गिनी की फुटबॉल टीम में बोनस विवाद और फूड पॉयज़निंग की अफवाहों के बीच कोच का बयान – क्या वे दक्षिण अफ्रीका के खिलाफ मुकाबले के लिए तैयार हैं?

स्थान: कंपाला, युगांडा
मौका: अफ्रीका की चान (CHAN) टूर्नामेंट
भविष्य का मुकाबला: गिनी बनाम साउथ अफ्रीका (बाफाना बाफाना)
स्थिति: ग्रुप-सी का निर्णायक मुकाबला

प्रस्तावना

फुटबॉल सिर्फ एक खेल नहीं है, यह जुनून है, गर्व है और कई देशों के लिए अपनी पहचान साबित करने का माध्यम भी। जब कोई टीम अंतरराष्ट्रीय टूर्नामेंट में हिस्सा लेती है, तो मैदान के बाहर की घटनाएं भी उतनी ही महत्वपूर्ण हो जाती हैं जितनी कि मैदान पर होने वाली प्ले। कुछ ऐसा ही हुआ है अफ्रीकी फुटबॉल टूर्नामेंट CHAN 2025 में, जहां गिनी की राष्ट्रीय टीम न सिर्फ अपने ग्रुप के अहम मुकाबले की तैयारी कर रही है, बल्कि उन्हें बोनस विवाद और फूड पॉयज़निंग जैसी परेशानियों का भी सामना करना पड़ रहा है।

इस लेख में हम विस्तार से जानेंगे कि गिनी की टीम किस स्थिति में है, कोच और खिलाड़ियों की क्या प्रतिक्रियाएं रही हैं, और दक्षिण अफ्रीका के खिलाफ उनके आगामी मुकाबले में उनकी क्या रणनीति हो सकती है।

गिनी की टीम की मौजूदा स्थिति

CHAN टूर्नामेंट में अब तक गिनी ने दो मुकाबले खेले हैं। पहले मुकाबले में उन्होंने नाइजर को 1-0 से हराकर शानदार शुरुआत की थी। लेकिन दूसरे मैच में मेजबान युगांडा के खिलाफ उन्हें 3-0 की करारी हार का सामना करना पड़ा। इस हार ने ना सिर्फ टीम की मनोस्थिति पर असर डाला, बल्कि टीम की स्थिति ग्रुप सी में तीसरे स्थान पर पहुँच गई है।

दूसरी ओर, दक्षिण अफ्रीका की टीम (बाफाना बाफाना) भी अब तक खास प्रदर्शन नहीं कर पाई है और ग्रुप में चौथे स्थान पर है। दोनों ही टीमों के लिए यह अगला मुकाबला “करो या मरो” जैसा है, क्योंकि इसी से तय होगा कि कौन ग्रुप स्टेज से आगे बढ़ पाएगा।

कोच सूलेमाने कैमारा का प्रेस कॉन्फ्रेंस में जवाब

रविवार को मीडिया से बातचीत के दौरान गिनी के कोच सूलेमाने कैमारा ने कई अहम सवालों का जवाब दिया। हाल ही में कुछ रिपोर्ट्स में दावा किया गया था कि खिलाड़ियों ने बोनस न मिलने के विरोध में ट्रेनिंग से दूरी बना ली थी। वहीं कुछ अफवाहों में फूड पॉयज़निंग की बात भी सामने आई थी।

बोनस विवाद पर कोच का रुख

कैमारा ने साफ किया कि खिलाड़ी अपने काम पर पूरी तरह से केंद्रित हैं और किसी भी बाहरी विवाद से खुद को प्रभावित नहीं कर रहे हैं।

“क्या हमें मैच के एक दिन पहले खिलाड़ियों के भत्तों की चर्चा करनी चाहिए? बिल्कुल नहीं। हमारा पूरा ध्यान मुकाबले की तैयारी पर है। हर खिलाड़ी अपनी जिम्मेदारी जानता है। मुझे विश्वास है कि फुटबॉल फेडरेशन और खेल मंत्रालय इस विषय पर काम कर रहे हैं।” – कैमारा

कोच ने यह भी बताया कि खिलाड़ियों को शनिवार को पूरा आराम दिया गया था ताकि वे शुक्रवार की रात के मुकाबले से उबर सकें और रविवार को अच्छे से ट्रेनिंग कर सकें।

फूड पॉयज़निंग के सवाल पर संयमित जवाब

जब पत्रकारों ने फूड पॉयज़निंग के आरोपों पर सवाल किया, तो कोच ने ज्यादा कुछ कहने से इनकार किया। उन्होंने बस इतना कहा:

“बहुत कुछ हुआ है, लेकिन मैं इस मुद्दे पर अभी टिप्पणी नहीं करना चाहता।”

इस जवाब ने कहीं न कहीं यह संकेत जरूर दे दिया कि कुछ न कुछ गड़बड़ी जरूर हुई थी, लेकिन टीम के हित में कोच फिलहाल इसे सार्वजनिक नहीं करना चाहते।

खिलाड़ी भी दिखे आत्मविश्वासी – महामद मादनी डिआरा की प्रतिक्रिया

टीम के मिडफील्डर महामद मादनी डिआरा ने भी मीडिया से बातचीत में अपनी निराशा जताई, लेकिन साथ ही यह स्पष्ट किया कि टीम अब पूरी तरह से अगले मुकाबले पर केंद्रित है।

“हमारी हार हमें परिभाषित नहीं करती। हमारा लक्ष्य हर देश के खिलाफ डटकर खेलना और जीत हासिल करना है। साउथ अफ्रीका एक मजबूत टीम है, लेकिन हम उन्हें बहुत ज्यादा सम्मान नहीं देंगे। हम जीत के लिए तैयार हैं।” – डिआरा

डिआरा की यह टिप्पणी दर्शाती है कि टीम अब पीछे नहीं देख रही है और अगला मुकाबला जीतने के लिए पूरी ताकत झोंकना चाहती है।

गिनी और दक्षिण अफ्रीका – आमने-सामने

अब जरा नजर डालते हैं इन दोनों टीमों के आंकड़ों और संभावित रणनीति पर:

गिनी

  • पहली जीत से आत्मविश्वास जरूर मिला, लेकिन युगांडा से हार ने कई कमज़ोरियों को उजागर किया।
  • डिफेंस ने पिछली बार तीन गोल खाए, जिसे सुधारना होगा।
  • बोनस विवाद और अन्य मुद्दों के बावजूद कोच और खिलाड़ी फोकस्ड नजर आ रहे हैं।

साउथ अफ्रीका

  • बाफाना बाफाना की टीम का प्रदर्शन अपेक्षा के अनुरूप नहीं रहा।
  • इस मैच में जीत ही उन्हें अगले राउंड की दौड़ में रखेगी।
  • गिनी की कमजोरियों का फायदा उठाने की कोशिश करेंगे।

क्या बोनस विवाद टीम के प्रदर्शन को प्रभावित करेगा?

खेलों में मानसिक स्थिति और टीम का एकजुट होना बहुत मायने रखता है। जब खिलाड़ी खुद को अनदेखा महसूस करते हैं, खासकर जब उन्हें समय पर बोनस या भत्ते न मिलें, तो उनका प्रदर्शन प्रभावित हो सकता है। हालांकि, कोच कैमारा और डिआरा ने साफ किया है कि टीम पूरी तरह प्रतिबद्ध है और वे इस मामले को मैदान के बाहर ही रखना चाहते हैं।

लेकिन यह भी सच है कि किसी भी बड़े टूर्नामेंट में खिलाड़ियों को हर स्तर पर समर्थन की जरूरत होती है – चाहे वह प्रशासनिक हो, मानसिक हो या फिर आर्थिक।

अफवाहों का असर – फूड पॉयज़निंग की चर्चा क्यों हुई?

कोच का यह कहना कि “बहुत कुछ हुआ है” और फिर कुछ भी स्पष्ट न बताना, अपने आप में कई सवाल खड़े करता है। क्या टीम के कुछ खिलाड़ी बीमार पड़ गए? क्या यह कोई जानबूझकर की गई हरकत थी? या सिर्फ संयोग?

चूंकि कोच ने इस पर कुछ नहीं कहा, इसलिए यह कहना जल्दबाज़ी होगी। लेकिन इतना जरूर कहा जा सकता है कि इस तरह की अफवाहें टीम का ध्यान भटका सकती हैं और एक महत्वपूर्ण मुकाबले से पहले यह किसी भी टीम के लिए नकारात्मक संकेत होते हैं।

आने वाले मुकाबले की रणनीति

गिनी की रणनीति

  • मिडफील्ड में कब्ज़ा बनाए रखने की कोशिश करेगी।
  • डिफेंस को सुदृढ़ करना होगा ताकि पिछले मैच जैसी गलतियाँ न दोहराएं।
  • फॉरवर्ड लाइन को अधिक आक्रामक बनाना पड़ेगा क्योंकि अब सिर्फ जीत ही विकल्प है।

साउथ अफ्रीका की रणनीति

  • शुरुआती मिनटों में प्रेशर बनाकर गिनी की रक्षापंक्ति को तोड़ने की कोशिश कर सकते हैं।
  • गिनी की आंतरिक समस्याओं का फायदा उठाने की कोशिश होगी।
  • तेज़ और तकनीकी खेल के जरिए मिडफील्ड में दबदबा बनाना उनकी रणनीति हो सकती है।

गिनी की टीम इस समय कई मोर्चों पर लड़ रही है – मैदान पर भी और मैदान के बाहर भी। बोनस न मिलने की समस्या हो या फूड पॉयज़निंग की अफवाहें, इन सबके बीच टीम का फोकस बनाए रखना एक चुनौती है। कोच कैमारा और खिलाड़ी डिआरा ने मीडिया से बातचीत में साफ किया है कि उनका ध्यान सिर्फ प्रदर्शन पर है, लेकिन असल परीक्षा तो अब सोमवार को होने जा रही है जब वे दक्षिण अफ्रीका के खिलाफ मैदान में उतरेंगे।

क्या गिनी इन सभी अड़चनों को पार करके जीत दर्ज कर पाएगी? या साउथ अफ्रीका इस मौके का फायदा उठाकर अगले राउंड की ओर कदम बढ़ाएगा?

इन सवालों का जवाब हमें जल्दी ही मिल जाएगा। लेकिन इतना तय है कि यह मुकाबला सिर्फ एक फुटबॉल मैच नहीं, बल्कि जुनून, साहस और एकजुटता की भी परीक्षा होगी।

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Sam

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