इरान और ‘MossadFarsi’ ट्विटर अकाउंट: क़ामनेई पर तीखा प्रहार
परिचय
हाल ही में एक फ़ारसी‑भाषा X (पूर्व में Twitter) अकाउंट — जिसे @MossadSpokesman या MossadFarsi नाम से जाना जाता है — ने नया मोड़ ले लिया है। यह खाता, जिसकी पैठ और कनेक्शन को लेकर विश्लेषकों में काफी चर्चा है, यह दावा करता है कि यह इज़राइल की खुफ़िया एजेंसी मोसाद का आधिकारिक फ़ारसी प्लेटफ़ॉर्म है। उसने सीधे इरानी सुप्रीम लीडर आयातोल्लाह अली खामनेई पर निशाना साधते हुए गंभीर आरोप लगाए हैं: आधा दिन नींद, आधा दिन नशे की हालत, और देश की बुनियादी समस्याओं की अनदेखी।
इस लेख में हम न सिर्फ उन ट्वीट्स का विस्तृत हिंदी में पुनर्लेखन करेंगे, बल्कि राजनीतिक, सामाजिक और मनोवैज्ञानिक आयाम भी जोड़ेंगे — ताकि पाठक समझ सकें कि यह अभियान आखिर क्यों और कैसे प्रभावी हो रहा है।
1. खामनेई पर आरोप: नींद और नशे की स्थिति
- “आधा दिन सोते हैं, आधा दिन नशे में”
अकाउंट ने 25 जुलाई 2025 को ट्वीट किया:“एक लीडर कैसे चला सकता है नेता जब वह आधा दिन सोता है और बाकी का समय पदार्थों की नशा में व्यतीत करता है? पानी, बिजली, जीवन!”
स्पष्ट संदर्भ यह था कि इरान में वर्षों से बुनियादी सुविधाओं की कमी जैसे पानी, बिजली आदि समाज में भारी असंतोष का कारण बनी हुई हैं। यह तंज सीधे तौर पर खामनेई की नीतियों पर एक कटाक्ष था। (All Israel News)
- जोड़: बुनियादी सुविधाओं की समस्या
एक अन्य ट्वीट में कहा गया:“हर विस्फोट, आग, और तबाही हमारी नहीं है. यह विफल और भ्रष्ट शासन है, जिसने negligence और गलत प्राथमिकता के वर्षों के साथ खुद को और ज़्यादा नुकसान पहुँचाया है. पानी, बिजली, जीवन!” (Daily 8)
यह पोस्ट व्यापक रूप से देखी गई — केवल 48 घंटों में 1.8 लाख (180,000) से अधिक व्यूज प्राप्त किए। (All Israel News)
2. दूसरे आरोप: नशे और आत्मिक संवाद
अगले पोस्ट में कहा गया:
“देश का नेतृत्व करने वाले व्यक्ति के लिए ड्रग्स का सेवन और आत्माओं से संवाद करना वांछनीय गुण नहीं हैं।” (Daily 8, The Economic Times)
इस बयान से यह संकेत मिलता है कि खामनेई को नेतृत्व की मापदंडों से बाहर बताया जा रहा है — विशेष रूप से ‘नशा’ और ‘आध्यात्मिक गतिविधि’ के संदर्भ में। यह पुराने आरोपों को दोहराता है, जिनमें 2022 में एक विद्वान द्वारा भी खामनेई पर ड्रग्स प्रयोग का आरोप लगाया गया था, जिसमें एक विशेष बुनदेश्तानी गांव और IRGC नियंत्रण ज़िक्र था। (Daily 8, The Economic Times)
इन आरोपों की गंभीरता इस तथ्य से बढ़ जाती है कि खामनेई ने स्वयं जब 1979 के इस्लामी क्रांति के बाद नशा को इस्लाम के खिलाफ और उग्र रूप से निंदनीय माना था — और इरान में Droग अपराध पर सख़्त सजा (मृत्यु दंड तक) लागू है। (The Economic Times, theyeshivaworld.com)
3. ‘नाम बताओ’ चुनौती और नए मिलिट्री कमांडर की पहचान
पृष्ठभूमि:
जून 2025 में Operation Rising Lion के दौरान इज़राइल द्वारा दो वरिष्ठ इरानी मिलिट्री नेतृत्व को लक्षित कर मार गिराया गया — प्रमुख कमांडर Gholam Ali Rashid और उनके उत्तराधिकारी Ali Shadmani — कुछ ही दिनों के अंतराल में। (The Week)
इरान की प्रतिक्रिया:
तेहरान ने अगले कमांडर के नाम को ‘सुरक्षा कारणों’ से सार्वजनिक न किए जाने का फैसला किया। (The Week, www.israelhayom.com)
MossadFarsi का प्रहार:
इसी बीच, @MossadSpokesman ने इंस्टाग्राम ट्वीट किया:
“तसनीम न्यूज़ एजेंसी ने घोषणा की है कि नया Khatam al-Anbiya कमांडर का नाम सुरक्षा कारणों से नहीं प्रकाशित किया जाएगा। लेकिन हम जानते हैं, हम उससे अच्छी तरह परिचित हैं। बुनियादी जानकारी भी जनता से छुपाई जा रही है। कृपया अनुमान भेजें।” (The Week)
जिस पर इरानी नेटिजन्स ने 2,300+ प्रतिक्रियाएँ दी, जिसमें Mojtaba Khamenei तक के अनुमान शामिल थे। (The Week)
एक दिन बाद, MossadFarsi ने सही उत्तर का खुलासा किया:
“लकी विनर हैं श्री Behnam Golipour, जो सही अनुमान लगाकर ‘रहस्य नाम’ जानते हैं। कृपया निजी तौर पर संपर्क करें अपना पुरस्कार लेने के लिए।” (truthpress.com, JFeed)
सही उत्तर था: Ali Abdollahi Aliabadi — पूर्व IRGC एयर फ़ोर्स उप‑कमांडर, U.S. द्वारा प्रतिबंधित, अह्मदीनेजाद के राज में भी उच्च पदों पर रहे एक अधिकारी। (JFeed)
4. विश्लेषण: यह अभियान क्यों खास?
(क) मनोवैज्ञानिक युद्ध का नया मैदान
यह संकेत पर्याप्त है कि हाल ही के एक विश्लेषक ने कहा है:
“कुछ डिटेल्स ऐसी हैं, जो केवल Mossad से ही आ सकती थी।” — बेनी साबती, इज़राइल रिसर्चर (The Economic Times)
रिपोर्टों में यह भी कहा गया है कि इज़राइल पारंपरिक रूप से सीधा संवाद नहीं करता, लेकिन इस मामले में एक तरह से सोशल मीडिया प्लेटफ़ॉर्म को युद्ध के हथियार के रूप में इस्तेमाल किया गया है। (theyeshivaworld.com, LatestLY)
(ख) इरानी जनता तक संदेश
खननेई पर लगातार ट्वीट्स में तीन मुख्य बिंदु उभरकर आए:
- बुनियादी सुविधाओं की भारी कमी (पानी, बिजली),
- नेतृत्व की अक्षमता,
- नेताओं का नशे और आलस्य में व्यस्त रहना।
तीनों मिलकर एक व्यापक सन्देश देते हैं: “आपकी कल नशे और नींद से मर रही है, और आपकी सरकार ठीक से काम नहीं कर रही।”
(ग) सूचना की पारदायुता और विश्वसनीयता
कमान्डर की सही पहचान से पता चलता है कि वह खाता सिर्फ troll नहीं बल्कि सटीक जानकारी देता है। यह जनता में भरोसे की छलांग पैदा करता है। यानि, यह अकाउंट सिर्फ किस्म-किस्म की अफ़वाह ही नहीं बार्ता, बल्कि भरोसेमंद जानकारी भी पेश करता दिखता है। (Daily Tribune)
5. खामनेई की प्रतिक्रिया और प्रतिरोध
अब तक, इरानी सरकार या राज्य मीडिया ने इन आरोपों पर कोई आधिकारिक बयान जारी नहीं किया है। हालांकि, कुछ सरकारी मीडिया ने इज़राइली ऑनलाइन अभियानों की कड़ी निंदा की है, और MossadFarsi को ‘प्रोपगैंडा’ बताया है। (The Economic Times, Daily Tribune)
लोकल और राज्य‑नियंत्रित मीडिया चैनलों की तरफ से जो प्रतिक्रिया मिली है, वह मुख्यतः:
- इस अकाउंट को अविश्वसनीय प्रचार का हिस्सा बताना,
- खामनेई के समर्थन में सार्वजनिक समर्थन व्यक्त करना,
- और सोशल मीडिया मनो‑ओप्स (PSYOPS) के खिलाफ चेताना।
6. विस्तृत संदर्भ और पैबाक
मुख्य घटना | विवरण |
---|---|
खामनेई पर आरोप | “आधा दिन सोते और आधा दिन नशे में” — चार्ज: देश हित की अनदेखी |
बुनियादी सुविधाएँ | पानी, बिजली, जीवन की कमी का कटाक्ष |
नशे और आत्मा संवाद | ड्रग्स और आत्मिक सलाह का शासन‑नेतृत्व में उभारना |
कमांडर पहचान | जनता से ‘नाम अनुमान’ और सही उत्तर: Ali Abdollahi Aliabadi |
मनोस्त्रातैज्ञानिक अभियान | MossadFarsi के संस्करण में खोखले कानूनों पर भरोसेमंद प्रचार |
इतना ही नहीं, सामाजिक स्तर पर:
“हमसे जुड़ने वाले सैकड़ों IRGC जवान और अधिकारी आत्म‑घृणा में हमें संदेश भेज रहे हैं… हम वादा करते हैं: जो इस महीने तनख्वाह नहीं मिले, उन्हें प्राथमिकता देंगे।” यह उदाहरण भी MossadFarsi द्वारा प्रस्तुत किया गया था, जिससे दिखता है कि इरान की सेना के भीतर भी विश्वास संकट व्याप्त है। (Reddit, truthpress.com)
7. निष्कर्ष
- राजनीतिक युद्ध का नया औज़ार: सोशल मीडिया आज सिर्फ संवाद माध्यम नहीं, बल्कि एक हथियार बन गया है — जहाँ MossadFarsi जैसे प्लेटफ़ॉर्म सीधे जनता को प्रभावित करते हैं।
- जनसत्ता पर हमला: कमांडर की पहचान खुलने से एक तरह से यह संदेश गया कि ‘आप अपने खुफिया संस्थान द्वारा भी उल्लंघन कर दिए गए हैं।’ लोकतंत्र के कमजोर पड़ने का बैज।
- खामनेई की छवि पर प्रश्न: आरोप चाहे कितने भी नकारे जाएं, लेकिन लगातार चल रहे ट्वीट्स से खामनेई के स्वास्थ्य, क्षमता और नैतिकता पर सवाल जरूर उठते हैं।
- विश्लेषणात्मक चेतावनी: इज़राइल या Mossad ने अब पारंपरिक हथियारों के बजाय डिजिटल युद्ध को ज्यादा पारदर्शी तरीके से अपनाया है। यह एक चेतावनी भी हो सकता है राष्ट्रों को — कि सूचना नियंत्रण और सार्वजनिक धारणा से लड़ना, शायद अगला वास्तविक युद्धक्षेत्र है।
समापन विचार
इस कहानी का मूल संदेश सरल लेकिन गहरा है: इन्फ़्लुएंस ओपरेशन केवल सैन्य जगत में नहीं, बल्कि सूचना की दुनिया में भी युद्ध की तरह प्रभावी हो सकता है। MossadFarsi ने खामनेई को सीधे चुनौती दी — राजनीतिक नेतृत्व की निंदनीयता, देश की भागदौड़ और कमजोर सेवाओं की बेनकाब असली तस्वीर पेश की।
चाहे ये ट्वीट्स सच हों या सिर्फ रणनीतिक प्रचार — इसने इरानी समाज में सवाल उठाए हैं: क्या हमें अपनी सरकार पर भरोसा करना चाहिए? क्या नेता अपने कर्तव्यों में नशे या आराम में खो गए हैं? और क्या बुनियादी सुविधाओं का संकट नीतिगत भूलों का परिणाम है?
इरान में राजनीतिक परिवर्तन और सोशल मीडिया, दोनों ही मिलकर इस युग में सामाजिक विचारधारा को आकार दे रहे हैं। इसी बहस में MossadFarsi जैसे प्लेटफ़ॉर्म से निकलने वाला हर संदेश — चाहे वह व्यंग्य, आरोप या अज्ञात पहचान की चुनौती हो — अगले युद्ध की एक इंटैलिजेंस दिशा दे सकता है।